- October 31, 2023
करवा चौथ 2023: पूजा सामग्री और पूजन मुहूर्त
करवा चौथ हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो सुहागिनों द्वारा अपने पति की लंबी उम्र और सुखमय जीवन की कामना के लिए मनाया जाता है। इस साल करवा चौथ 1 नवंबर, बुधवार को है। इस दिन 4 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है, जिसमें सर्वार्थ सिद्धि योग सबसे शुभ माना जाता है।
करवा चौथ 2023 पर सर्वार्थ सिद्धि, बुधादित्य, परिघ और शिव योग का निर्माण होगा। इस दिन 4 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है, जिसमें सर्वार्थ सिद्धि योग सबसे शुभ माना जाता है। करवा चौथ पर पूजा करने के लिए आवश्यक सामग्री एक थाली, मिट्टी का करवा और ढक्कन, एक छलनी, करवा माता की तस्वीर, लाल रंग की चुनरी, लकड़ी की चौकी, लहुआ, 8 पूड़ियों की अठावरी, दक्षिणा, कच्चा दूध, दही, देसी घी, हल्दी, चावल, मिठाई, एक कलश, चंदन, पान का पत्ता, शक्कर का बूरा, फूल, शहद, मौली या रक्षासूत्र, रोली, कुमकुम, सोलह श्रृंगार की सामग्री जैसे कंघा, महावर, सिंदूर, मेहंदी, बिंदी, चूड़ी, बिछिया आदि, कपूर, दीपक, अगरबत्ती, रूई की बाती और गेहूं हैं।
- करवा चौथ 2023 पर सर्वार्थ सिद्धि, बुधादित्य, परिघ और शिव योग का निर्माण होगा।
- करवा चौथ की सुबह 06 बजकर 33 मिनट से सर्वार्थ सिद्धि योग बनेगा और यह 2 नवंबर को सुबह 04 बजकर 36 मिनट तक रहेगा।
- परिघ योग दोपहर 02:07 बजे तक है। फिर शिव योग शुरू होगा, जो पूरी रात तक है।
करवा चौथ पर पूजा करने के लिए निम्नलिखित विधि का पालन करें:
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
- करवा चौथ की पूजा सामग्री को एक थाली में रखें।
- करवा माता की तस्वीर के सामने एक चौकी बिछाएं और उस पर लाल रंग की चुनरी बिछाएं।
- करवा माता की पूजा करें और उनसे अपने पति की लंबी उम्र और सुखमय जीवन की कामना करें।
- 8 पूड़ियों की अठावरी बनाकर करवा माता को अर्पित करें।
- कच्चे दूध, दही, देसी घी, हल्दी, चावल और मिठाई से करवा माता का भोग लगाएं।
- मौली या रक्षासूत्र को अपने पति की कलाई पर बांधें और उनसे आशीर्वाद लें।
- शाम को चंद्रोदय के बाद, फिर से पूजा करें और चंद्रमा को अर्घ्य दें।
- पति से प्रसाद और पानी लेकर व्रत का पारण करें।