टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने नराकास वैजयंती का प्रथम पुरस्कार जीता

टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने नराकास वैजयंती का प्रथम पुरस्कार जीता

राजभाषा कार्यान्वयन में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड का प्रशंसनीय योगदान

टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने नराकास वैजयंती का प्रथम पुरस्कार जीता

ऋषिकेश, 29 जनवरी 2024: टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री आर. के. विश्नोई ने नराकास राजभाषा वैजयंती (प्रथम पुरस्कार) को प्राप्त होने पर हर्ष व्यक्त किया। उन्होंने इस पुरस्कार को निगम में राजभाषा कार्यान्वयन के उत्कृष्ट निष्पादन का प्रतीक माना और निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से राजभाषा के क्षेत्र में अपना योगदान जारी रखने का आग्रह किया।

नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 37वीं बैठक में इस पुरस्कार का घोषणा की गई, जो होटल गार्डेनिया, सिडकुल, हरिद्वार में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता नराकास, अध्यक्ष एवं टीएचडीसी के निदेशक (कार्मिक), श्री शैलेन्द्र सिंह ने की। बैठक में हरिद्वार, रूड़की, ऋषिकेश एवं पर्वतीय क्षेत्र में स्थित केंद्र सरकार के प्रतिष्ठित सदस्य संस्थानों के प्रमुखों एवं प्रतिनिधियों एवं राजभाषा अधिकारियों ने बड़ी संख्या में प्रतिभागिता की।

 

कार्यक्रम में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के निदेशक (कार्मिक) श्री शैलेन्द्र सिंह, पंजाब नेशनल बैंक के अंचल प्रमुख श्री एस.एन.दूबे, मंडल प्रमुख श्री रवीन्द्र कुमार, बीएचईएल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक श्री टी.एस.मुरली एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया गया। इसके साथ ही शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित किया गया।

बैठक में नराकास राजभाषा वैजयंती योजना के अंतर्गत सदस्य संस्थानों को राजभाषा शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की श्रेणी में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने प्रथम, बीएचईएल हरिद्वार ने द्वितीय एवं भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड, लंढोरा ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।

बैठक के दौरान पुरस्कार वितरण समारोह में समिति के अध्यक्ष, श्री शैलेन्द्र सिंह ने अपने कर-कमलों से विजेता संस्थानों के प्रमुख एवं प्रतिनिधियों को शील्ड प्रदान की। साथ ही छमाही के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।

 

बैठक में नराकास सचिव श्री पंकज कुमार शर्मा ने नराकास हरिद्वार द्वारा आयोजित गतिविधियों एवं राजभाषा से संबंधित नवीनतम जानकारियों का विवरण दिया। उन्होंने राजभाषा हिंदी की प्रगति की अर्धवार्षिक रिपोर्टो की समीक्षा की और चर्चा सत्र का आयोजन किया, जिसमें सदस्य संस्थानों के प्रमुख एवं प्रतिनिधियों ने अपने योगदान किया।

बैठक के अध्यक्ष, श्री शैलेन्द्र सिंह ने अपने संबोधन में सभी सदस्य संस्थानों के प्रमुखों एवं प्रतिनिधियों को नववर्ष एवं गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं संप्रेषित की और उन्होंने भाषा के सरलीकरण पर बल देते हुए कहा कि हिंदी में अनेक शब्द दूसरी भाषाओं से प्रचलन में आए हैं, जिन्हें उसी रूप में अपनाया जाना उचित होगा, ताकि हिंदी को सरलता से अपनाया जा सके।

**Key words: टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, नराकास राजभाषा वैजयंती, प्रथम पुरस्कार, हरिद्वार, ऋषिकेश**

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *