• October 25, 2023

नाबार्ड ने स्वयं सहायता समूहों के लिए लगाई कार्यालय, बैंकों को ग्रामीण महिलाओं व किसानों की मदद के लिए आगे आने को कहा

नाबार्ड ने स्वयं सहायता समूहों के लिए लगाई कार्यालय, बैंकों को ग्रामीण महिलाओं व किसानों की मदद के लिए आगे आने को कहा

नाबार्ड ने स्वयं सहायता समूहों के लिए लगाई कार्यालय, बैंकों को ग्रामीण महिलाओं व किसानों की मदद के लिए आगे आने को कहा
मंडी, 25 अक्तूबर।

राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक(नाबार्ड) ने बुधवार को मंडी के सौली खड्ड स्थित साक्षरता भवन मेंसेल्फ हेल्प ग्रुपों व ज्वाइंट लायबिलिटी ग्रुपों के बारे में मंडी के बैंक अधिकारियों के साथ एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस मौके पर नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक राकेश वर्मा ने कार्यशाला में मौजूद बैंक अधिकारियों से कहा कि बैंकों को चाहिए कि वे गरीब ग्रामीण महिलाओं और किसानों की मदद के लिए आगे आएं और सामाजिक संस्थाओं की ओर से गठित किए जा रहे सैल्फ हैल्प ग्रहों के खाते पहल के आधार पर खोलें तथा उनको सही समय पर कर्ज मुहैया करवाएं।

कार्यशाला में नाबार्ड द्वारा सैल्फ हैल्प ग्रुपों,ज्वाइंट लायबिलिटी ग्रुपों और विभिन्न सब्सिडी योजनाओं के बारे में सहभागियों और बैंक अधिकारियों को जानकारी दी गई । उनको नाबार्ड, आर.बी.आई. व भारत सरकार द्वारा जारी विभिन्न स्कीमों के लिए जारी हिदायतों के बारे में बताया गया। राकेश वर्मा ने नाबार्ड द्वारा जिले में चल रहे विभिन्न परियोजनाओं के बारे में भी बैंक अधिकारियों को अवगत कराया। इसके अलावा उन्होने कहा कि जिले में नाबार्ड के सहयोग से कई कार्यक्रम जैसे किसान उत्पादक संगठन, वाटरशेड परियोजनाएं, रुरल मार्ट, बुनकरों के लिए विशेष अभियान के तहत सरोहा में एक बुनकर क्लस्टर, ग्राम दुकान इत्यादि चल रहे हैं। बैंक इन परियोजनाओं के अंतर्गत कवर किए गए गाँवों और लाभार्थियों को जेएलजी और एसएचजी के माध्यम से ऋण प्रदान कर सकते हैं।

इस अवसर पर जिला अग्रणी बैंक अधिकारी संजय कुमार ने सभी बैंकों को इन योजनाओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होने सरकार द्वारा चलाई जा रही जन सुरक्षा योजनाओं के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी। भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही घर घर केसीसी के बारे में भी इस कार्यक्रम में चर्चा की गई और सभी सहभागियों जैसे नाबार्ड, जिला लीड प्रबन्धक, जिला प्रशासन, बैंक, एनजीओ, बीसी, एसएचजी, पंचायत इत्यादि की इस मुहिम में भागीदारी की भी जानकारी दी गई ।

हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक के रीजनल मैनेजर अनुराग जोशी ने संयुक्त देयता समूह (जेएलजी) और स्वयं सहायता समूहों के बारे में विस्तार से बैंक अधिकारियों को जानकारी दी।  जिला लीड मैनेजर संजय कुमार ने कहा कि सेल्फ हेल्प ग्रुपों और संयुक्त देयता समूहों (जेएलजी) के सदस्यों को बैंकों से कर्ज लेने और खाते खोलने के बारे में किसी भी प्रकार की मुश्किल पेश नहीं आने दी जाएगी।

इस मौके पर बैंकों के डीसीओ,प्रबंधक, कृषि विभाग से नवीन खोसला, बागवानी विभाग से अधिकारी, मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति से भीम सिंह, रीना, वित्तीय साक्षरता केंद्र के कर्मचारी और अन्य उपस्थित रहे ।

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