भारी बाढ़ के प्रकोप को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग, हिमाचल किसान सभा ने उठाई आवाज़

भारी बाढ़ के प्रकोप को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग, हिमाचल किसान सभा ने उठाई आवाज़

बल्ह, 21 अगस्त 2023:

आज हिमाचल किसान सभा, बल्ह, एक महत्वपूर्ण घटना में एकत्र होकर भारी बाढ़ के प्रकोप के प्रति चिंता व्यक्त की है। इस आयोजन में प्रधान, प्रेम चौधरी की अध्यक्षता में श्रीमति द्रौपदी मुर्मू जी ने मुख्य भूमिका निभाई। उन्होंने राष्ट्रपति को एक मांग पत्र सौंपा, जिसमें हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में और विशेष रूप से बल्ह क्षेत्र में हुई भारी बारिश और बादल फटने से होने वाली तबाही पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई है।

यह घटना हिमाचल किसान समुदाय की ओर से भारत सरकार और राज्य सरकार से प्रभावी राहत प्रदान करने और बाढ़ के प्रकोप को ‘राष्ट्रीय आपदा’ घोषित करने की मांग को दर्शाती है। इस मामले में सथानीय उपमंडल अधिकारी (नागरिक), श्रीमति सम्रिता नेगी के माध्यम से भी एक मांग पत्र सरकार के प्रति सौंपा गया है।

उस मांग पत्र में प्रकोप के दौरान हुई व्यापक तबाही की विविध पहलुओं पर विचार किया गया है, जिनमें जन-जीवन, उपजाऊ जमीन, नकदी फसलें, घर, गोशाला, व्यापारिक संपत्तियां, और बुनियादी ढांचों को भारी नुकसान पहुंचा है। बल्ह क्षेत्र में 1962 के बाद इतनी भारी बारिश के कारण आम लोगों के जीवन को बड़ी मात्रा में प्रभावित कर दिया गया है। इससे बिजली, पानी, दूरसंचार, और शमशान-घाट जैसी सुविधाएं भी प्रभावित हुई हैं।

हिमाचल किसान सभा के सदस्यों ने भूमिअधिग्रहण प्रभाबित क्षेत्रों में बड़ी कंपनियों की गतिविधियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस प्रकार के विकास कार्यों के खिलाफ आवाज उठाई है, जिनसे पर्यावरणीय मानकों का उल्लंघन हो रहा है।

किसान सभा के सचिव, रामजी दास, ने केंद्र सरकार से प्रभावी वित्तीय सहायता की मांग की है, क्योंकि भारी नुकसान के बावजूद किसान अपनी फसलों और सब्जियों की उपज भी नहीं ले पा रहे हैं

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