सुख आश्रय योजना: बेसहारा बच्चों के लिए एक नई राह

सुख आश्रय योजना: बेसहारा बच्चों के लिए एक नई राह

नादौन, 25 अगस्त 2023:

महिला एवं बाल विकास विभाग ने उपमंडल स्तरीय समिति की बैठक के माध्यम से बच्चों के भविष्य को सशक्त बनाने और उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण योजना “मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना” की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। इस योजना के अंतर्गत सभी सरकारी विभाग, स्थानीय प्राधिकृतिकरण, स्वायत्त निकाय, बोर्ड, महानिगम, सरकारी उद्यम या किसी अन्य संगठन को 2 अक्टूबर, 2023 से आगामी चार वर्ष के लिए ई-टैक्सियों का प्रयोग करने का अवसर होगा, जिसे एक और दो वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुखु ने इस योजना को लागू करने के पीछे की योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह योजना उन बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जिनका कोई साथी नहीं है। इसके अंतर्गत प्रदेश सरकार उन अनाथ बच्चों की देखभाल करेगी, जिनकी आयु 27 वर्ष तक है। अगर कोई अनाथ बच्चा भूमिहीन है, तो उसे घर बनाने के लिए 3 बिस्वा जमीन और 3 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को योजना का विस्तार से प्रचार करने के निर्देश दिए, ताकि सभी पात्र बच्चे इसका लाभ उठा सकें।

योजना के अंतर्गत एक बच्चे की देखभाल, खानपान, शिक्षा और स्वास्थ्य की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार लेगी। यदि बच्चा भूमिहीन है, तो उसे घर बनाने के लिए 3 बिस्वा जमीन और 3 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत बेटियों के स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा के लिए विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाई जा रही है। इन कदमों के परिणामस्वरूप बेटियों के लिंगानुपात में सुधार देखा गया है और वर्तमान में यह दर 1003 तक पहुंच गई है।

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