- January 11, 2024
हिमाचल प्रदेश की वादियों में सियासी तूफान: अनुराग ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर बोला तीखा हमला

खींचतान की हिमाचल रस्सी: सुक्खू की तार पर ठाकुर का तीखी नोक वाला हमला, बोले- “अपनी फेल गारंटियों की पर्दाफाशी से बचने के लिए मेरा नाम ले रहे हैं!””
हिमाचल प्रदेश की वादियों में सियासी तूफान: अनुराग ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर बोला तीखा हमला
हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियों की खूबसूरती के बीच इन दिनों सियासी वातावरण कुछ गर्म हो चला है। केंद्र सरकार के मंत्री अनुराग ठाकुर ने हाल ही में राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर जमकर हमला बोला, आरोप लगाया कि वह केंद्र सरकार के कार्यों को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं और अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए भाजपा की माला जप रहे हैं।
ठाकुर ने याद दिलाया कि पिछले साल हिमाचल प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा के वक्त केंद्र सरकार ने हरसंभव मदद की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद मुख्यमंत्री सुक्खू से बात कर हर स्थिति का जायजा लिया था। केंद्र सरकार ने 16,206 घरों के निर्माण की मंजूरी दी, 2700 किलोमीटर सड़कें बनाने का प्रस्ताव दिया और 1782 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद भी पहुंचाई।
लेकिन ठाकुर का गुस्सा फूट पड़ा जब उन्होंने सुक्खू सरकार पर आरोप लगाया कि आपदा राहत के लिए केंद्र से आए धन का इस्तेमाल भाई-भतीजावाद में किया गया। उन्होंने कहा कि आम जनता को किनारे कर दिया गया और अपने खास लोगों को प्राथमिकता दी गई।
ठाकुर ने कहा, “मुख्यमंत्री अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए भाजपा की माला जप रहे हैं। पूरा प्रदेश जानता है कि उनकी गारंटियां फेल हो गईं। अब वह केंद्र सरकार की मेहनत का फल लेना चाहते हैं।”
उन्होंने सुक्खू सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “दावां पर ख़ुद की विश्वसनीयता व अपने आप को चारों तरफ़ से घिरा देखकर मुख्यमंत्री बिना आधार की बातें कर रहे हैं। हम पूरी गंभीरता और प्रामाणिकता से प्रदेश की सेवा में लगे हैं।“
ठाकुर ने आपदा के दौरान केंद्र सरकार की मदद का जिक्र करते हुए कहा कि एनडीआरएफ की 13 टीमों को बचाव कार्य में लगाया गया था। सेना के जवानों को रेस्क्यू ऑपरेशन में तैनात किया गया था और वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने भी राहत पहुंचाई थी। उन्होंने खुद कई दिनों तक हिमाचल में रहकर राहत कार्यों की निगरानी की थी।
ठाकुर के इस हमले के बाद से हिमाचल प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। विपक्षी भाजपा ठाकुर के बयान को हथियार बनाकर सरकार पर हमलावर हो रही है, वहीं सत्ताधारी कांग्रेस ने ठाकुर के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस सियासी घमासान का क्या रुख होता है। क्या ठाकुर के आरोप सुक्खू सरकार की मुश्किलें बढ़ाएंगे या फिर कांग्रेस इस आरोप-प्रत्यारोप की जंग में जीत हासिल करेगी?