- January 20, 2024
हिमाचल प्रदेश विधान सभा की लोक उपक्रम समिति ने त्रिवेंद्रम में श्री पदमानाभास्वामी मंदिर और केरल विधान सभा का दौरा किया
हिमाचल प्रदेश विधान सभा की लोक उपक्रम समिति ने त्रिवेंद्रम में श्री पदमानाभास्वामी मंदिर और केरल विधान सभा का दौरा किया
शिमला, 20 जनवरी 2024: हिमाचल प्रदेश विधान सभा की लोक उपक्रम समिति के सभापति राजेंद्र राणा के नेतृत्व में समिति के सदस्यों ने दक्षिणी भारत के अपने प्रवास के दौरान आज त्रिवेंद्रम में 5000 साल पुराने श्री पदमानाभास्वामी मंदिर में शीश नवाया और भगवान विष्णु जी का आशीर्वाद लिया।
इस ऐतिहासिक मंदिर में भगवान विष्णु की प्रतिमा शयन मुद्रा में है और प्रतिमा के नाभि से भगवान ब्रह्मा की उत्पत्ति को दर्शाया गया है। प्रतिमा के दाएं हाथ में भगवान शिव के दर्शन का सौभाग्य भी श्रद्धालु हासिल करते हैं। यहां पर देश-विदेश से श्रद्धालु अपना शीश नवाने आते हैं।
मंदिर में माथा टेकने के बाद लोक उपक्रम समिति के सभापति श्री राजेन्द्र राणा और सभी माननीय सदस्यों ने केरल विधान सभा का दौरा किया। केरल विधान सभा के अधिकारियों व स्टाफ द्वारा समिति का स्वागत किया गया। समिति ने केरल विधान सभा सदन का निरीक्षण भी किया और पाया कि यह भवन अष्टभुजाकार है और इसका निर्माण लगभग 25 वर्ष पूर्व किया गया था और इसमें टीक की लकड़ी का उपयोग किया गया है।
समिति के सदस्यों ने देखा कि केरल विधान सभा में सभी मंत्रियों व माननीय सदस्यों के बैठने के लिए सिंगल चेयर की व्यवस्था भी की गई है। इसके अलावा परिसर में एक ऑडिटोरियम भी स्थापित है, जिसमें लगभग 500 व्यक्तियों के बैठने की व्यवस्था है और यहां पर विधान सभा के विभिन्न कार्यों का आयोजन किया जाता है।
केरल विधान सभा के माननीय सदन की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के उपरांत समिति द्वारा सिफारिश की गई कि हिमाचल प्रदेश विधान सभा के माननीय सदन में भी माननीय विधायकों को बैठने के लिए सिंगल चेयर का प्रावधान किया जाना चाहिए और साउंड सिस्टम को भी सेंसिटिव किया जाना चाहिए।
इस संबंध में समिति के सभापति राजेंद्र राणा ने कहा कि केरल विधान सभा की व्यवस्थाएं बहुत ही अच्छी हैं। यहां पर माननीय विधायकों के लिए सिंगल चेयर की व्यवस्था की गई है, जो कि बहुत ही सुविधाजनक है। इसके अलावा साउंड सिस्टम भी बहुत ही सेंसिटिव है, जिससे सदन की कार्यवाही को सुनना आसान हो जाता है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधान सभा में भी ऐसी ही व्यवस्थाएं की जानी चाहिए। इसके लिए उन्होंने सरकार को आवश्यक निर्देश दिए हैं।