पंजाब पुलिस का ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ अभियान जारी, डीजीपी ने की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक, 24,639 नशा तस्कर पकड़े गए

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चंडीगढ़, 5 अगस्त: पंजाब को नशा मुक्त और सुरक्षित राज्य बनाने के उद्देश्य से चल रहे ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ अभियान की व्यापक समीक्षा करते हुए डीजीपी गौरव यादव ने मंगलवार को राज्य स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में राज्य के सभी रेंज आईजीपी/डीआईजी, पुलिस कमिश्नर (सीपी) और सीनियर एसएसपी शामिल हुए। यह बैठक राज्य की कानून व्यवस्था, आतंकवाद निरोधक रणनीति और स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों के मद्देनज़र बुलाई गई थी।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर आयोजित इस समीक्षा बैठक में स्पेशल डीजीपी कानून व्यवस्था अर्पित शुक्ला, स्पेशल डीजीपी इंटेलिजेंस प्रवीन कुमार सिन्हा, एडीजीपी एएनटीएफ नीलाभ किशोर, एडीजीपी एजीटीएफ प्रमोद बाण और एडीजीपी काउंटर इंटेलिजेंस अमित प्रसाद भी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने नशा तस्करी, पाकिस्तान-समर्थित आतंकवाद, संगठित अपराध नेटवर्क और आंतरिक सुरक्षा पर विस्तार से चर्चा की।

डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि 1 मार्च 2025 से शुरू हुए राज्यव्यापी अभियान ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ के तहत अब तक 15,671 एफआईआर दर्ज कर 24,639 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने इस दौरान 1,020 किलो हेरोइन, 330 किलो अफीम, 21 टन भुक्की, 14 किलो चरस, 377 किलो गांजा, 6.3 किलो आईसीई, 3.3 किलो कोकीन, 31.74 लाख नशीली गोलियां व कैप्सूल और 12.25 करोड़ रुपए की ड्रग मनी बरामद की है। इस सफलता को एक निर्णायक जंग करार देते हुए उन्होंने इसे और धारदार बनाने के लिए रणनीतिक कदम उठाने की बात कही।

बैठक में आगामी स्वतंत्रता दिवस समारोहों की तैयारियों का भी गहन आकलन किया गया। डीजीपी ने सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रहने और संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस तैनाती बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि पुलिस कर्मचारियों को गैर-जरूरी ड्यूटियों से हटाकर भीड़-भाड़ वाले इलाकों में उनकी उपस्थिति को प्राथमिकता दी जाए। इसके लिए उन्होंने सीपी और एसएसपी को ‘मैनपावर ऑडिट’ का आदेश दिया ताकि आवश्यकतानुसार बल का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जा सके।

इसके अलावा, डीजीपी ने सभी जिलों को पुलिस नाके बढ़ाने, वाहनों की गहन जांच सुनिश्चित करने और डोमिनेशन ऑपरेशनों को तेज करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि नशे के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ गैंगस्टर गतिविधियों और पाकिस्तान प्रेरित आतंकवाद से निपटना भी पंजाब पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है।

गौरव यादव ने कहा कि सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं कि पंजाब को सुरक्षित और नशा मुक्त बनाना है और इसके लिए पुलिस बल को हर स्तर पर सतर्क, तत्पर और सामूहिक रूप से प्रयासरत रहना होगा। उन्होंने कहा कि इस मुहिम की सफलता न केवल पुलिस की निष्ठा और रणनीति का परिणाम है, बल्कि यह राज्य के नागरिकों के सहयोग से ही संभव हो सका है।

यह समाचार वेब मीडिया स्रोतों से प्राप्त अंतरराष्ट्रीय समाचार वेबसाइटों से संकलित है।

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