- October 14, 2024
साइबर हेल्पलाइन 1930 साइबर धोखाधड़ी के पीड़ितों को अपराधियों/संदिग्धों के खातों में उनके पैसे तुरंत फ्रीज कराने में मदद करती है: डीजीपी गौरव यादव
डीजीपी गौरव यादव द्वारा ‘साइबर हेल्पलाइन 1930’ अपग्रेडेड कॉल सेंटर का उद्घाटन
डीजीपी पंजाब ने साइबर अपराधों से संबंधित मुद्दों बाबत लोगों की सहायता के लिए ‘साइबर मित्र चैटबोट’ भी किया लॉन्च
डीजीपी गौरव यादव ने उद्घाटन के दौरान कॉल सेंटर की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए ट्रायल की कॉल
साइबर हेल्पलाइन 1930 साइबर धोखाधड़ी के पीड़ितों को अपराधियों/संदिग्धों के खातों में उनके पैसे तुरंत फ्रीज कराने में मदद करती है: डीजीपी गौरव यादव।
28 नए साइबर पुलिस स्टेशनों की स्थापना के बाद पूरे राज्य में 205 एफआईआर दर्ज की गईं: एडीजीपी साइबर क्राइम वी. नीरजा
चंडीगढ़, 14 अक्टूबर:
साइबर हेल्पलाइन 1930 को और सुदृढ़ करने के लिए, पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने आज साइबर वित्तीय धोखाधड़ी की त्वरित रिपोर्टिंग में लोगों की मदद के लिए ‘साइबर हेल्पलाइन 1930’ के अपग्रेडेड कॉल सेंटर का उद्घाटन किया और साथ ही, साइबर अपराधों से संबंधित मुद्दों पर लोगों की सहायता के लिए ‘साइबर मित्र चैटबॉट’ भी लॉन्च किया। हेल्पलाइन की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए, डीजीपी ने उद्घाटन के दौरान 1930 पर ट्रायल कॉल करके हेल्पलाइन की कार्यप्रणाली को समझने के लिए प्रतिनिधि से बात की। उल्लेखनीय है कि साइबर हेल्पलाइन 1930 गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4सी) की नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग और प्रबंधन प्रणाली (सी एफ सी एफ आर एम एस ) है, जिसके माध्यम से इस हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज होते ही साइबर वित्तीय धोखाधड़ी के पीड़ितों के पैसे तुरंत अपराधियों/संदिग्धों के खातों में फ्रीज किए जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पंजाब में यह हेल्पलाइन 1930 सितंबर 2021 में कार्यशील की गई थी। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इन अत्याधुनिक नवाचारों से साइबर अपराध रिपोर्टिंग में सुधार होगा और वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़े मामलों का तेजी से निपटारा सुनिश्चित किया जा सकेगा, जिससे नागरिक डिजिटल दुनिया में सशक्त बन सकेंगे। उन्होंने बताया कि साइबर मित्र चैट बोट दिन-रात सहायता प्रदान करेगा और त्वरित जानकारी तक पहुंच सुनिश्चित करेगा, जिससे नागरिकों की जानकारी की सुरक्षा के लिए गोपनीय रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जा सकेगी। उन्होंने आगे कहा कि अब तक पंजाब में 1930 हेल्पलाइन और एनसीआरपी पोर्टल पर विभिन्न साइबर धोखाधड़ियों से संबंधित 26,625 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिन पर तुरंत कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम सेल ने 2024 में 17 प्रतिशत सफलता दर के साथ साइबर धोखाधड़ी के पीड़ितों के खातों से चोरी किए गए फंड को अपराधियों के बैंक खातों में फ्रीज/लीन मार्क किया है। उन्होंने आगे बताया कि पीड़ितों के 57 करोड़ रुपये धोखाधड़ी करने वाले/संदिग्ध व्यक्तियों के बैंक खातों में फ्रीज किए गए हैं। एडीजीपी पंजाब साइबर क्राइम डिवीजन वी. नीरजा ने डीजीपी पंजाब को बताया कि पंजाब राज्य साइबर क्राइम डिवीजन द्वारा साइबर अपराधों से निपटने, लोगों में जागरूकता बढ़ाने और पुलिस की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि मार्च 2024 में पंजाब सरकार द्वारा अधिसूचित 28 नए साइबर पुलिस स्टेशनों की स्थापना की गई, जिसके परिणामस्वरूप 205 एफआईआर दर्ज की गई हैं और जांच की गई है।
साइबर मित्र चैट बोट क्या है?
साइबर मित्र चैट बोट पंजाब पुलिस के साइबर क्राइम डिवीजन की एक नवीनतम पहल है, और कोई भी व्यक्ति साइबर अपराधों की रोकथाम और रिपोर्टिंग से संबंधित मुद्दों के बारे में त्वरित जानकारी प्राप्त करने के लिए “https://cybercrime.
जल्द ही, साइबर मित्र चैटबॉट को अगले 15 दिनों के भीतर व्हाट्सएप प्लेटफॉर्म से जोड़ा जाएगा, जिससे इसकी पहुंच और प्रभावशीलता में वृद्धि होगी।