दशालू मेले में दिखी पांगीवासियों की आस्था, भारी बर्फबारी के बावजूद भी मेले में उमड़ी भीड़

दशालू मेले में दिखी पांगीवासियों की आस्था, भारी बर्फबारी के बावजूद भी मेले में उमड़ी भीड़

दशालू मेला

  • पांगी: दशालू मेले ने बर्फबारी के बीच भी बिखेरा खुशियों का रंग


दशालू मेला पांगी घाटी के 12 दिवसीय जुकारू उत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो मिंधल, पुर्थी, रेई और शौर पंचायतों में मनाया जाता है। इस मेले की खासियत मिंधल माता मंदिर में देखने को मिलती है, जहां दसवें दिन बर्फ के गोले से मंदिर का कपाट खुलता है। माता के प्रति गहरी आस्था रखने वाले लोग भारी बर्फबारी के बीच भी उत्साह के साथ मेले में शामिल होते हैं।

पहले इस मेले में बलि प्रथा का चलन था, लेकिन अब सरकार के आदेशों के बाद केवल नारियल और अन्य पूजन सामग्री चढ़ाई जाती है। यह मेला न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि पांगी घाटी की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को भी दर्शाता है। दशालू मेला पर्यटकों को आकर्षित करने के साथ-साथ स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ भी पहुंचाता है। यह उत्सव सामाजिक समरसता को बढ़ावा देता है और पांगी घाटी की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करता है।

1. मिंधल माता का चमत्कार:

  • दसवें दिन मिंधल माता मंदिर में बर्फ के गोले से मंदिर का कपाट खुलता है।
  • मिंधल माता का ठाठड़ी (चेला) बर्फबारी के बीच 27 किलोमीटर पैदल चलकर मिंधल गांव पहुंचता है।

2. बलि प्रथा का अंत:

  • पहले इस मेले में बलि प्रथा का रिवाज था, लेकिन अब सरकार के आदेशों के बाद केवल नारियल व अन्य सामग्री चढ़ाई जाती है।

3. 12 दिवसीय जुकारू उत्सव का हिस्सा:

  • दशालू मेला पांगी घाटी में मनाए जाने वाले 12 दिवसीय जुकारू उत्सव का हिस्सा है।

4. मिंधल, पुर्थी, रेई और शौर पंचायतों में आयोजन:

  • यह मेला पांगी घाटी के चार पंचायतों में मनाया जाता है।

5. देवी-देवताओं के प्रति आस्था:

  • भारी बर्फबारी के बावजूद भी लोगों में दशालू मेले को लेकर उत्साह देखने को मिलता है।

6. सांस्कृतिक महत्व:

  • यह मेला पांगी घाटी की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है।

7. पर्यटन को बढ़ावा:

  • दशालू मेला पर्यटकों को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

8. सामाजिक समरसता:

  • यह मेला लोगों को एकजुट करता है और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देता है।

9. आर्थिक लाभ:

  • दशालू मेले से स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ भी होता है।

10. धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान:

  • यह मेला पांगी घाटी की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

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