अमृतसर, राहुल सोनी।
अमृतसर के संस्थापक और सिख धर्म के चौथे पातशाह **श्री गुरु राम दास जी** का प्रकाशोत्सव आज पूरे श्रद्धा, उत्साह और आध्यात्मिक उल्लास के साथ मनाया गया। शहर में धार्मिक वातावरण में भक्ति और सेवा की भावना झलकती रही।
श्री हरिमंदिर साहिब में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भारी संख्या में संगत ने नतमस्तक होकर गुरु साहिब को नमन किया और अरदास में भाग लिया। पूरे परिसर में भजन-कीर्तन और गुरुवाणी की स्वर लहरियों से वातावरण पवित्र हो उठा।
इस अवसर पर गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हॉल में विशेष कवि दरबार का आयोजन किया गया, जिसमें प्रसिद्ध पंथक कवियों ने चौथे पातशाह जी के जीवन, उपदेशों और सिख धर्म के प्रति उनके योगदान को कविताओं के माध्यम से संगत के समक्ष प्रस्तुत किया।
संगत के लिए श्री दरबार साहिब में विशाल लंगर का प्रबंध किया गया था, जहाँ हजारों श्रद्धालुओं ने गुरु का प्रसाद ग्रहण किया। शाम को हरिमंदिर साहिब को रंग-बिरंगी रोशनी और दीपमाला से सजाया गया, जिसकी मनमोहक झलक देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
पूरा अमृतसर शहर गुरु राम दास जी के प्रकाशोत्सव की रौनक में डूबा दिखाई दिया — हर ओर भक्ति, सेवा और प्रेम का संदेश गूंजता रहा।
